Wednesday, 4 March 2015

कायस्थोँ पर रिसर्च होना चाहिए ! क्योँ? 1. किसी के मरने के बाद उसके पाप-पुण्य का लेखा-जोखा कौन करते हैँ ?  उत्तर- भगवान चित्रगुप्त (कायस्थ हैँ)  2. आजाद भारत के पहले नागरिक और पहले राष्ट्रपति कौन बने ? उत्तर- डाo राजेन्द्र प्रसाद (कायस्थ थे) 3. गुदड़ी का लाल किन्हेँ कहा जाता है ?  उत्तर- लाल बहादुर शास्त्री (कायस्थ थे) 4. शिकागो धार्मिक-सम्मेलन मेँ भारत का मान किसने बढ़ाया ? उत्तर- स्वामी विवेकानंद (कायस्थ थे) 5. फिल्मी दूनिया मेँ सर्वाधिक प्रसिद्ध व्यक्ति और महानायक कोन हैँ ? उत्तर- अमिताभ बच्चन (कायस्थ हैँ)








6. भारत मेँ रिकोर्ड

5 वर्षो तक लगातार मुख्य मंत्री बने रहने का गोरव किन्हेँ प्राप्त है ? उत्तर- ज्योति बसु  (कायस्थ थे) 7. भारतीय फिल्मोँ मेँ, बिहार से, लगातार 40 वर्षो से अधिक समय से, एक मात्र प्रसिद्ध अभिनेता कौन हैँ ?  उत्तर- शत्रुघ्न सिन्हा (कायस्थ हैँ)  8. टी. व्ही. मेँ सर्वाधिक प्रसिद्ध होस्ट कौन रहे ? उत्तर- शेखर सुमन (कायस्थ हैँ) 9. भारतीय स्टैनडप कोमेडी के, सर्वाधिक प्रसिद्ध कलाकार और बेताज बादशाह कौन हैँ ? उत्तर- राजू श्रीवास्तव (कायस्थ हैँ) 10. कलम का जादूगर किन्हेँ कहा जाता है ?  उत्तर- मुंशी प्रेमचंद (कायस्थ थे) 11. भारत के सबसे प्रसिद्ध ठगोँ के ठग कौन हैँ ?  उत्तर- मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ नटवर लाल( कायस्थ थे). ऐसे कितने चित्रांश हैँ, जो अपने कर्मो से-अपने-अपने क्षेत्र मेँ विख्यात हैँ, वो हैँ- राजा राममोहन राय,  खुदी राम बोस,  सुभाष चन्द्र बोस, जगदीश चन्द्र बसु अरविन्द घोष,  लाला लाजपत राय,  जय प्रकाश नारायण, हरिवंश राय बच्चन, महादेवी वर्मा, कुन्दन लाल सहगल,  मुकेश, शारदा सिन्हा, राजू भटनागर,  बबलू श्रीवास्तव,  यशवन्त सिन्हा आदि।  अब मै आप चित्रांशो से पूछता हूँ ? आखिर क्या है? इन चित्रांशो के रगो मेँ जो इन्होँने प्रायः हर क्षेत्र मेँ अपना परचम लहराया। तभी मै कहता हूँ कायस्थ जाति पर एक रिसर्च होना चाहिए।  कायस्थोँ अब भी वक्त है उठो, जागो, तुम्हेँ भारत माँ के लिए बहुत कुछ करना है तुम्हे किसी खास मकसद के लिए यहाँ भेजा गया है। बन जाओ कुल दीपक, राज्य दीपक, राष्ट्र दीपक, विश्व दीपक। कर दो माता-पिता, देश का नाम रौशन। एक बार गर्व से कहना होगा हम सारे कायनात के गर्व हैँ, हम कायस्थ हैँ !  नोट- आप से हाथ जोड़कर नम्र निवेदन है कि यह प्रसिद्ध लेख आप चित्रांशो को अवश्य पढ़ाएँ।  -एक चित्रांश SHREE CHITRAGUPT MAHARAJ KI JAI

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